चकाचौंध और ग्लैमर की दुनिया, मुंबई! जो बॉलीवुड के साथ-साथ अपने नाइटलाइफ़ और फैशन के लिए फेमस है। ये, भारत का फाइनांशियल, कॉमर्शियल और एंटरटेनमेंट हब है। न सिर्फ आज, बल्कि 1947 में भारत की आजादी से पहले भी, ये काफी डेवलप्ड था। और आज ये, भारत की जीडीपी में 15% काँट्रिब्यूट करता है। 63 साल पहले - गुजरात और महाराष्ट्र, एक राज्य थे! जब भारत आजाद हुआ, तो मराठी और गुजराती भाषाई लोगों ने अलग-अलग राज्य बनाने के लिए आंदोलन किया। जिसका रिजल्ट ये हुआ कि साल 1960 में, 1 मई, को महाराष्ट्र का गठन किया गया। और बंबई इसकी राजधानी बनी रही, जिसका नाम बदलकर, साल 1995 में, शहर की मुंबा देवी के नाम पर, मुंबई कर दिया गया।
इसकी स्थापना की याद में, आज हम सब, महाराष्ट्र दिवस मना रहे हैं। क्षेत्रफल के हिसाब से, देश का तीसरा सबसे बड़ा राज्य है और जनसंख्या के मामले में, उत्तर प्रदेश के बाद दूसरा राज्य है। यह 3 लाख वर्ग किलोमीटर से ज्यादा एरिया में फैला है, जिसकी बाउंड्री- गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, कर्नाटक, गोवा और केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली से लगती है। मुंबई के, पुणे को 'ईस्ट का ऑक्सफोर्ड' कहते हैं। 16 हवाई अड्डों के अलावा, राज्य में 2 बड़े और 48 छोटे बंदरगाह हैं। भारत और एशिया की, पहली ट्रेन 16 अप्रैल 1853 को मुंबई से ठाणे के बीच चली थी। 19 फरवरी, 1630 को पुणे में जन्मे, भारत के सबसे महान योद्धा, छत्रपति शिवाजी भोसले, भी इसी धरती के वीर हैं। सिल्वर स्क्रीन की दुनिया से प्यार करने वालों के लिए, महाराष्ट्र उनका ड्रीम स्टेट है। 1977 में, फिल्मों की शूटिंग और एंटरटेनमेंट के लिए राज्य सरकार ने, फिल्म सिटी बनाई। और वर्तमान में, बॉलीवुड में हर साल, 1000 से ज्यादा फिल्में बनती हैं। सिर्फ फिल्मी दुनिया ही नहीं, महाराष्ट्र हर टैलेंट को नई ऊचाइयों पर पहुंचाने की मंजिल है। इसीलिए, इसे सपनों की नगरी भी कहते हैं।
भगवान शिव के, 12 ज्योतिर्लिंग में से, भीमाशंकर, घृष्णेश्वर और त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग इसी राज्य में हैं, जो इसे और भी श्रेष्ठ बनाते हैं। शायद इसी वजह से, पुराने समय से ही, ये कई आध्यात्मिक गुरुओं का घर रहा है, जिनमें शिरडी के साईं बाबा, Swami Samarth, श्री अरबिंदो और BK Shivani जैसे कई और आध्यात्मिक गुरु शामिल हैं। असल में, मुंबई और दिल्ली, भारत ही नहीं, दुनियाभर के कॉरपोरेट हाउस का सेंटर है। भारत के ज्यादातर राज्य ऐसे हैं, जो आजादी के बाद विकसित हुए हैं, लेकिन महाराष्ट्र हमेशा से ही एक डेवलप्ड चार्म रहा है।